Sri GaneshStotram in Hindi text
Sri Ganesha stotram is a chant which is a read to obtain good marks
in examinations and to achieve improvement in business, sports, occupation
etc. It is written in simple Hindi language.
Sri Ganesha Stotra
ॐ गजाननाय नमः
ॐ गणाध्यक्षाय नमः
ॐ विघ्नाराजाय नमः
ॐ विनायकाय नमः
ॐ द्त्वेमातुराय नमः
ॐ द्विमुखाय नमः
ॐ प्रमुखाय नमः
ॐ सुमुखाय नमः
ॐ कृतिने नमः
ॐ सुप्रदीपाय नमः (10)
ॐ सुख निधये नमः
ॐ सुराध्यक्षाय नमः
ॐ सुरारिघ्नाय नमः
ॐ महागणपतये नमः
ॐ मान्याय नमः
ॐ महा कालाय नमः
ॐ महा बलाय नमः
ॐ हेरंबाय नमः
ॐ लंब जठराय नमः
ॐ ह्रस्व ग्रीवाय नमः (20)
ॐ महोदराय नमः
ॐ मदोत्कटाय नमः
ॐ महावीराय नमः
ॐ मंत्रिणे नमः
ॐ मंगल स्वराय नमः
ॐ प्रमधाय नमः
ॐ प्रथमाय नमः
ॐ प्राज्ञाय नमः
ॐ विघ्नकर्त्रे नमः
ॐ विघ्नहंत्रे नमः (30)
ॐ विश्व नेत्रे नमः
ॐ विराट्पतये नमः
ॐ श्रीपतये नमः
ॐ वाक्पतये नमः
ॐ शृंगारिणे नमः
ॐ अश्रित वत्सलाय नमः
ॐ शिवप्रियाय नमः
ॐ शीघ्रकारिणे नमः
ॐ शाश्वताय नमः
ॐ बलाय नमः (40)
ॐ बलोत्थिताय नमः
ॐ भवात्मजाय नमः
ॐ पुराण पुरुषाय नमः
ॐ पूष्णे नमः
ॐ पुष्करोत्षिप्त वारिणे नमः
ॐ अग्रगण्याय नमः
ॐ अग्रपूज्याय नमः
ॐ अग्रगामिने नमः
ॐ मंत्रकृते नमः
ॐ चामीकर प्रभाय नमः (50)
ॐ सर्वाय नमः
ॐ सर्वोपास्याय नमः
ॐ सर्व कर्त्रे नमः
ॐ सर्वनेत्रे नमः
ॐ सर्वसिध्धि प्रदाय नमः
ॐ सर्व सिद्धये नमः
ॐ पंचहस्ताय नमः
ॐ पार्वतीनंदनाय नमः
ॐ प्रभवे नमः
ॐ कुमार गुरवे नमः (60)
ॐ अक्षोभ्याय नमः
ॐ कुंजरासुर भंजनाय नमः
ॐ प्रमोदाय नमः
ॐ मोदकप्रियाय नमः
ॐ कांतिमते नमः
ॐ धृतिमते नमः
ॐ कामिने नमः
ॐ कपित्थवन प्रियाय नमः
ॐ ब्रह्मचारिणे नमः
ॐ ब्रह्मरूपिणे नमः (70)
ॐ ब्रह्मविद्यादि दानभुवे नमः
ॐ जिष्णवे नमः
ॐ विष्णुप्रियाय नमः
ॐ भक्त जीविताय नमः
ॐ जित मन्मथाय नमः
ॐ ऐश्वर्य कारणाय नमः
ॐ ज्यायसे नमः
ॐ यक्षकिन्नेर सेविताय नमः
ॐ गंगा सुताय नमः
ॐ गणाधीशाय नमः (80)
ॐ गंभीर निनदाय नमः
ॐ वटवे नमः
ॐ अभीष्ट वरदायिने नमः
ॐ ज्योतिषे नमः
ॐ भक्त निथये नमः
ॐ भाव गम्याय नमः
ॐ मंगल प्रदाय नमः
ॐ अव्वक्ताय नमः
ॐ अप्राकृत पराक्रमाय नमः
ॐ सत्य धर्मिणे नमः (90)
ॐ सखये नमः
ॐ सरसांबु निथये नमः
ॐ महेशाय नमः
ॐ दिव्यांगाय नमः
ॐ मणिकिंकिणी मेखालाय नमः
ॐ समस्त देवता मूर्तये नमः
ॐ सहिष्णवे नमः
ॐ सततोत्थिताय नमः
ॐ विघात कारिणे नमः
ॐ विश्वग्दृशे नमः (100)
ॐ विश्वरक्षाकृते नमः
ॐ कल्याण गुरवे नमः
ॐ उन्मत्त वेषाय नमः
ॐ अपराजिते नमः
ॐ समस्त जगदाधाराय नमः
ॐ सर्त्वेश्वर्य प्रदाय नमः
ॐ आक्रांत चिद चित्प्रभवे नमः
ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः (108)
ॐ गणाध्यक्षाय नमः
ॐ विघ्नाराजाय नमः
ॐ विनायकाय नमः
ॐ द्त्वेमातुराय नमः
ॐ द्विमुखाय नमः
ॐ प्रमुखाय नमः
ॐ सुमुखाय नमः
ॐ कृतिने नमः
ॐ सुप्रदीपाय नमः (10)
ॐ सुख निधये नमः
ॐ सुराध्यक्षाय नमः
ॐ सुरारिघ्नाय नमः
ॐ महागणपतये नमः
ॐ मान्याय नमः
ॐ महा कालाय नमः
ॐ महा बलाय नमः
ॐ हेरंबाय नमः
ॐ लंब जठराय नमः
ॐ ह्रस्व ग्रीवाय नमः (20)
ॐ महोदराय नमः
ॐ मदोत्कटाय नमः
ॐ महावीराय नमः
ॐ मंत्रिणे नमः
ॐ मंगल स्वराय नमः
ॐ प्रमधाय नमः
ॐ प्रथमाय नमः
ॐ प्राज्ञाय नमः
ॐ विघ्नकर्त्रे नमः
ॐ विघ्नहंत्रे नमः (30)
ॐ विश्व नेत्रे नमः
ॐ विराट्पतये नमः
ॐ श्रीपतये नमः
ॐ वाक्पतये नमः
ॐ शृंगारिणे नमः
ॐ अश्रित वत्सलाय नमः
ॐ शिवप्रियाय नमः
ॐ शीघ्रकारिणे नमः
ॐ शाश्वताय नमः
ॐ बलाय नमः (40)
ॐ बलोत्थिताय नमः
ॐ भवात्मजाय नमः
ॐ पुराण पुरुषाय नमः
ॐ पूष्णे नमः
ॐ पुष्करोत्षिप्त वारिणे नमः
ॐ अग्रगण्याय नमः
ॐ अग्रपूज्याय नमः
ॐ अग्रगामिने नमः
ॐ मंत्रकृते नमः
ॐ चामीकर प्रभाय नमः (50)
ॐ सर्वाय नमः
ॐ सर्वोपास्याय नमः
ॐ सर्व कर्त्रे नमः
ॐ सर्वनेत्रे नमः
ॐ सर्वसिध्धि प्रदाय नमः
ॐ सर्व सिद्धये नमः
ॐ पंचहस्ताय नमः
ॐ पार्वतीनंदनाय नमः
ॐ प्रभवे नमः
ॐ कुमार गुरवे नमः (60)
ॐ अक्षोभ्याय नमः
ॐ कुंजरासुर भंजनाय नमः
ॐ प्रमोदाय नमः
ॐ मोदकप्रियाय नमः
ॐ कांतिमते नमः
ॐ धृतिमते नमः
ॐ कामिने नमः
ॐ कपित्थवन प्रियाय नमः
ॐ ब्रह्मचारिणे नमः
ॐ ब्रह्मरूपिणे नमः (70)
ॐ ब्रह्मविद्यादि दानभुवे नमः
ॐ जिष्णवे नमः
ॐ विष्णुप्रियाय नमः
ॐ भक्त जीविताय नमः
ॐ जित मन्मथाय नमः
ॐ ऐश्वर्य कारणाय नमः
ॐ ज्यायसे नमः
ॐ यक्षकिन्नेर सेविताय नमः
ॐ गंगा सुताय नमः
ॐ गणाधीशाय नमः (80)
ॐ गंभीर निनदाय नमः
ॐ वटवे नमः
ॐ अभीष्ट वरदायिने नमः
ॐ ज्योतिषे नमः
ॐ भक्त निथये नमः
ॐ भाव गम्याय नमः
ॐ मंगल प्रदाय नमः
ॐ अव्वक्ताय नमः
ॐ अप्राकृत पराक्रमाय नमः
ॐ सत्य धर्मिणे नमः (90)
ॐ सखये नमः
ॐ सरसांबु निथये नमः
ॐ महेशाय नमः
ॐ दिव्यांगाय नमः
ॐ मणिकिंकिणी मेखालाय नमः
ॐ समस्त देवता मूर्तये नमः
ॐ सहिष्णवे नमः
ॐ सततोत्थिताय नमः
ॐ विघात कारिणे नमः
ॐ विश्वग्दृशे नमः (100)
ॐ विश्वरक्षाकृते नमः
ॐ कल्याण गुरवे नमः
ॐ उन्मत्त वेषाय नमः
ॐ अपराजिते नमः
ॐ समस्त जगदाधाराय नमः
ॐ सर्त्वेश्वर्य प्रदाय नमः
ॐ आक्रांत चिद चित्प्रभवे नमः
ॐ श्री विघ्नेश्वराय नमः (108)
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